हर साल 11 रबी उल आखिर को हजरत गौस पाक का उर्स मनाया जाता है लिहाजा आज हम जानेंगे की इस साल 2024 में 11 वी शरीफ यानी गौस पास का उर्स कब होगा पूरी जानकारी।
ग्यारहवीं शरीफ कब है 2024
gyarvi sharif kab hai 2024: इस साल 2024 में 11वीं शरीफ यानी गौस पाक का उर्स इंशाअल्लाह 15 अक्टूबर बरोज़ मंगल को मनाया जाएगा।
क्योंकि इस साल 4 अक्टूबर को रबी उल आखिर का चांद नजर आ चूका हैं और इस हिसाब से इंशाअल्लाह 15 अक्टूबर को रबीउल आखिर की 11 तारीख होगी जिसे हम अदब से ग्यारवी शरीफ कहते हैं इसी दिन मंगल के रोज़ गौस पाक का उर्स मनाया जायेगा । और दुनिया भर के मुसलमान इसी दिन गौस पाक के नाम से ग्यारवीह शरीफ की फातिहा और नियाज़ कराते हैं।
ग्यारहवीं शरीफ क्यों मनाया जाता है ?
11वीं शरीफ पीरों के पीर रोशन जमीर हजरत गौस पाक के याद में मनाया जाता है।
दुनिया भर के मुसलमान इस दिन गौस पाक का उर्स करते हैं और उनकी याद में नियाज़ वगैरा करते हैं।
लेकिन मुसलमान में एक बड़ा तबका ऐसा भी है जो 11वीं शरीफ नहीं मनाते हैं उनके मुताबिक ऐसा करना गलत हैं।
इंडियन में मैं भी ऐसे बहुत से मुस्लिम है जो 11वीं शरीफ नहीं मनाते हैं इसको लेकर उलमाओं में काफी बहस भी होती है।
अहले सुन्नत जिन्हें बरेलवी सुन्नी भी कहा जाता है यह लोग 11वीं शरीफ मनाते हैं जबकि देवबंदी अहले हदीस जैसे कई फिरके ग्यारवीं शरीफ को गलत समझते हैं।
उलमाओं के मुताबिक ग्यारहवीं शरीफ के दिन क्या करना चाहिए ?
नमाज नही छोड़ना चाहिए
वैसे तो हमें कभी भी फर्ज नमाज नहीं छोड़नी चाहिए लेकिन 11वीं शरीफ की दिन हमें फर्ज नमाज के साथ-साथ नफिल नमाज पर भी खास ध्यान देना चाहिए।
बहुत से लोग क्या करते हैं कि न्याज फातिहा वगैरा के चक्कर में नमाज छोड़ देते हैं। याद रहें हमें हरगिज़ ऐसा नहीं करना चाहिए ।
हमें न्याज़ वगैरा भी करना चाहिए लेकिन नमाज किसी भी हाल में नहीं छोड़ना चाहिए बल्कि इस दिन हमें ज्यादा से ज्यादा नफिल नमाज भी पढ़ने की कोशिश करनी चाहिए।
कुरान की तिलावत
ग्यारहवीं शरीफ के दिन हम जिनकी 11वीं मना रहे होते हैं हमें उनके नक्शे कदम पर भी चलने की भरपूर कोशिश करनी चाहिए।
पीरों के पीर रोशन ज़मीर हजरत गौस पाक रहमतुल्ला अलैह 15 साल तक रोजाना रात भर में एक कुरान मुकम्मल कर दिया करते थे।
लिहाजा हमें भी चाहिए कि हम भी 11वीं शरीफ के दिन ज्यादा से ज्यादा कुरान की तिलावत करने की कोशिश करें।
अपने गरीब रिश्तेदार और पड़ोसी की मदद करें
अपने गरीब रिश्तेदार पड़ोसी या किसी भी जरूरतमंद की मदद करना इस्लाम की तालिमात में से एक हैं। इस पर अमल करके भी हुजूर गौस पाक की 11वीं का फैजान हासिल किया जा सकता है।
न्याज़ का इंतजाम करें
अल्लाह के नेक बंदे के फातिहा के खाने को ताजीमान नज़र और नियाज़ कहते हैं।
ग्यारहवीं शरीफ के दिन हमें चाहिए की हम अपनी हैसियत के मुताबिक खाने बनवाए और इस पर गौस पाक के नाम से फातिहा दिलाएं और जितना हो सकें उतना अपने रिश्तेदारों पड़ोसियों एवं गरीबों को खिलाएं।
तो दोस्तों उम्मीद है आप समझ गए होंगे कि हमें ग्यारहवीं शरीफ के दिन क्या करना चाहिए और साल 2024 में 11वीं शरीफ कब है अगर आपका कोई सवाल हो तो आप कमेंट करके पूछ सकते हैं इंशाल्लाह सवाल का जवाब मिलेगा शुक्रिया।