Festiwal

2025 में अजमेर के ख्वाजा गरीब नवाज़ का उर्स कब होगा?

khwaja garib nawaz ka urs kab hai 2025

khwaja garib nawaz ka urs kab hai 2025: हर साल रजब महीने में ख्वाजा गरीब नवाज़ का उर्स मनाया जाता हैं जानकारी के लिए बता दूँ की इस साल ख्वाजा गरीब नवाज़ का 813 वा सालाना उर्स मनाया जायेगा। आइये जानते हैं साल 2025 में ख्वाजा गरीब नवाज़ का उर्स कब होगा।

WhatsApp Group Join Now
WhatsApp Channel Join Now


2025 में अजमेर के ख्वाजा गरीब नवाज़ का उर्स कब होगा?

इस साल अजमेर के ख्वाजा गरीब नवाज़ का उर्स 27 दिसम्बर 2024 से शुरू होगा और 10 जनवरी 2025 बरोज़ जुमा को खत्म होगा। यानि इस साल ख्वाजा गरीब नवाज़ का उर्स 27 दिसम्बर 2024 से 10 जनवरी 2025 के दौरान होगा। इस दौरान अजमेर शरीफ में मौजूद ख्वाजा गरीब नवाज़ की दरगाह पर हर दिन मुख्तलिफ रसमे अदा किया जायेगा।

छठी शरीफ कब है?

chatti sharif kab hai 2025: चाँद की 6 तारीख को ख्वाजा गरीब नवाज़ की छठी शरीफ मनाई जाती हैं। और साल 2025 में इंशाअल्लाह 7 जनवरी बरोज़ मंगल के दिन ख्वाज गरीब नवाज़ की छठी शरीफ मनाई जाएगी ।

क्योंकि दारुल उलूम गुलशने मदीना मदरसे के मुताबिक इस बार 1 जनवरी बरोज़ बुध के दिन रजब का चाँद नज़र आएगा और 2 जनवरी बरोज़ जुमेरात को रजब की पहली तारीख होगी और इस हिसाब से इंशाअल्लाह 7 जनवरी बरोज़ मंगल के दिन रजब की 6 तारीख होगी और इसी दिन ख्वाजा गरीब नवाज़ की छठी शरीफ होगी।

किस दिन कौनसी रसम अदा की जाएगी ?

  • ख्वाजा गरीब नवाज़ के उर्स का आगाज़ 27 दिसम्बर से ही हो जायेगा , 27 दिसम्बर बरोज़ जुमा को झंडा फहराने के साथ ख्वाजा गरीब नवाज़ का 813 वा उर्स का आगाज़ होगा।
  • इसके बाद 2 जनवरी बरोज़ जुमेरात को ख्वाजा गरीब नवाज़ के दरगाह के करीब मौजूद जन्नती दरवाजा खोल दिया जायेगा।
  • और तीन जनवरी बरोज़ जुमा के दिन जुमा की नमाज़ अदा की जाएगी।
  • और 7 जनवरी बरोज़ मंगल के दिन हज़रत ख्वाजा गरीब नवाज़ की छट्टी शरीफ होगी। । इसी दिन जन्नती दरवाज़ा भी बंद कर दिया जायेगा। लिहाज़ा जिन हज़रात को भी ख्वाज गरीब नवाज़ के उर्स के मौके पर जन्नती दरवाज़ा की ज़ियारत करनी है वो 7 जनवरी के पहले पहले अजमेर शरीफ पहोचने की कोशिश करें।
  • इसके बाद 10 जनवरी बरोज़ जुमा के दिन ख्वाजा गरीब नवाज़ का 813 वा विशाली कुल शरीफ होगा। और ये उर्स का लास्ट दिन होगा इसी दिन से ख्वाजा गरीब नवाज़ का सालाना उर्स समाप्त हो जायेगा।

ख्वाज गरीब नवाज़ कौन थे ?

ख्वाजा गरीब नवाज़ जिन्हे ख्वाज गरीब नवाज़ मोईनुद्दीन चिस्ती अजमेरी के नाम से भी जाना जाता हैं। एक सूफी , अल्लाह के वली थें , कहा जाता हैं हिंदुस्तान में इस्लाम फ़ैलाने में ख्वाजा गरीब नवाज़ का भी एक अहम योगदान रहा है।

जानकर बताते हैं की ख्वाजा गरीब नवाज़ जिस वक़्त भारत आये थे उस वक़्त भारत में आज के वक़्त के मुकाबले में मुस्लिमों की आबादी बहुत ही कम थी।

और लोगो में इस्लाम को लेकर बहुत गलत फैमिया थी। जिसको ख्वाजा गरीब नवाज़ ने अपनी तालीम और अपने एक बेहतरन एखलाक के जरिये से लोगो में जो इस्लाम को लेकर गलत फैमिया थी उसको दूर किया।

आपकी जानकारी के लिए बता दूँ की ख्वाज गरीब नवाज़ का एखलाक इतना प्यारा था की जो कोई भी गैर मुस्लिम आपकी महफ़िल में बैठता तो वो इस्लम क़ुबूल कर लिया करता था।

अजमेर उर्स 2024 की तारीख क्या है?

27 दिसम्बर 2024 से 10 जनवरी 2025


अजमेर उर्स कितने दिन चलता है?

15 दिन


अजमेर शरीफ में जन्नती दरवाजा कब खुलता है?

अजमेर शरीफ के ख्वाजा गरीब नवाज़ की दरगाह पर मौजूद जन्नती दरवाज़ा पुरे साल में 4 बार खुलता हैं पहला ख्वाजा गरीब नवाज़ उर्स के मौके पर इस दौरान लगभग 6 दिन जन्नती दरवाज़ा खुला रहता हैं दूसरा ईदुल उल फ़ित्र के मौके पर एक दिन के लिए खुलता है। तीसरा ईद उल अज़हा के मौके पर एक दिन के लिए खुलता है और चौथा ख्वाजा गरीब नवाज़ के उस्ताद हज़रत उस्मान हारूनी के सालाना उर्स के मौके पर एक दिन के लिए खुलता है।

तो दोस्तों उम्मीद हैं ये जानकरी आपको पसंद आई होगी और आप समझ गए होंगे की इस साल बार ख्वाजा गरीब नवाज़ का सालाना उर्स कब मनाया जायेगा। अगर आपका कोई सवाल हैं तो आप कमेंट करके पूछ सकते हैं हम आपके सवाल का जवाब लाज़मी देंगे।

author-avatar

About Md Ajmal

Md Ajmal isliba.com ke founder and ceo hain. inhe ilm deen hasil karna aur use dusro ke sath share karne me bahot dilchaspi hain. Aur bunyadi ilm deen hasil karna har Musalman par farz bhi hai. lihaza ye is kaam ko bahot dilchaspi aur jimmedari ke sath kar rahe hain.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *