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कारोबार बिज़नेस में कामयाबी नहीं मिल रही हैं तो ये दुआ पढ़ें /naya karobar,business shuru karne ki dua

Business shuru karne ki dua

naya karobar,business shuru karne ki dua:अगर आप एक नया बिज़नेस शुरू करने जा रहे हैं तो आपको तमाम प्लानिंग के साथ-साथ एक दुआ भी पढ़नी चाहिए जिसकी बरकत से आपका बिज़नेस और भी तेज़ी के साथ ग्रो करेगा आइये जानते हैं वो दुआ कौनसी हैं और आप उसे कैसे पढ़ सकते हैं पूरी जानकारी आसान अल्फ़ाज़ में।

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इस आर्टिकल में मै आपको दो दुआ बताऊंगा दोनों में से आपको जो बेहतर लगे आप उस दुआ को पढ़ सकते हैं दोनों ही दुआ को पढ़ने से आपका बिज़नेस तेज़ी के साथ ग्रो करेगा। बिज़नेस ही नहीं इस दुआ को पढ़ने से आप का कोई भी काम हो इंशाअल्लाह आपको उसमें कामयाबी लाज़मी मिलेगी फिर चाहे वो जॉब ही क्यों न हों इस दुआ की बरकत से आपका हर काम आसान और बेहतर होगा।

नया बिज़नेस या काम शुरू करने की दुआ

यदि आप अपना कोई नया काम या बिज़नेस शुरू कर रहे हैं तो सबसे पहले आपको उसकी अच्छी तरह से रिसर्च कर लेनी चाहिए की आप जो बिज़नेस करने जा रहे हैं उसकी मार्किट में डिमांड हैं या नहीं। यह तमाम काम करने के बाद अपने बिज़नेस को और भी तेज़ी के साथ ग्रो करने के लिए आपको एक दुआ भी लाज़मी पढ़नी चाहिए इस दुआ की बरकत से इंशाअल्लाह आपका बिज़नेस मज़ीद तेज़ी के सात ग्रो होगा।

naya business shuru karne ki dua: اللَّهُمَّ اكْفِنِي بِحَلَالِكَ عَنْ حَرَامِكَ وَأَغْنِنِي بِفَضْلِكَ عَمَّنْ سِوَاكَ.

इस दुआ की बरकत से इंशाअल्लाह आपको अपने बिज़नेस में कोई परेशानी नहीं आएगी हाँ थोड़ी बहुत जो दिक्कत बिज़नेस में होती हैं वो तो होगी ही लेकिन जो किसी और वजह से आपको एक्स्ट्रा परेशानी आ जाती हैं अल्लाह ने चाहा तो वो नहीं आएगी बाकि तो अल्लाह की मर्ज़ी हैं।

इस दुआ को कैसे पढ़ें

आपको सिर्फ इसी दुआ को नहीं पढ़ना हैं बल्कि इस दुआ के साथ-साथ आपको और भी सूरे और दरूद को शामिल करना हैं आइये जानते हैं कैसे आपको इस दुआ को पढ़ना हैं ताकि आपको आपके बिज़नेस में कामयाबी मिले।

इस दुआ को पढ़ने के लिए मगरिब और ईशा की नमाज़ के बाद रोज़ाना सूरे वाक़िया पढ़ना हैं। और इसके बाद 1111 बार يا مغني पढ़े।

और يا مغني)  पढ़ने से पहले और बाद में 11-11 मर्तबा दरूद शरीफ पढ़ें और अंत में बिज़नेस की उस दुआ को पढ़े जो मैंने आपको ऊपर बताया था: اللَّهُمَّ اكْفِنِي بِحَلَالِكَ عَنْ حَرَامِكَ وَأَغْنِنِي بِفَضْلِكَ عَمَّنْ سِوَاكَ.

अगर आप इस तरह से इस दुआ को पढ़ेंगे तो इंशाअल्लाह आपको अपने बिज़नेस में जरूर कामयाबी मिलेगी या अपने जो भी काम शुरू किया हैं उसमे आपको कामयाबी मिलेगी बस शर्त ये हैं की आप इसे सच्चे दिल से लगन के साथ पढ़ें।

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इसके अलावा यह दुआ भी पढ़ सकते हैं

इसके अलावा नया काम या बिज़नेस या फिर जॉब प्रमोशन हासिल करने के लिए आप ये दुआ भी पढ़ सकते हैं : “लिल्लाहि माफिस समावती वल अर्ज़। इन्नल्लाहा हुवल गनिययुल हमीद” इस दुआ की बरकत से आपका कोई भी नइ जॉब या नया बिसनेस जो आप शुरू करना चाह रहे हैं या शुरू कर दिया हैं सब में कामयाबी मिलेगी।

इस दुआ को कैसे पढ़ें ?

इस दुआ को पढ़ने के लिए सबसे पहले जब भी घर में दाखिल हों तो सलाम करे भले ही घर में कोई है या न हो आपको सलाम करना हैं। इसके बाद एक मर्तबा दरूदे इब्राहीमी पढ़ना हैं।

और इसके बाद एक मर्तबा सूरे इखलास पढ़ना हैं। और फिर 141 मर्तबा आपको उस दुआ को पढ़ना जो मैंने आपको बताया है। ये वाली दुआ : “लिल्लाहि माफिस समावती वल अर्ज़। इन्नल्लाहा हुवल गनिययुल हमीद” जरुरु नहीं की आप जब घर में दाखिल हो तो उसी वक़्त इस दुआ को पढ़े आप इस दुआ को पुरे दिन में कभी भी 141 मर्तबा पढ़ना है। आप चाहे तो सुबह भी पढ़ सकते हैं और चाहे तो दोपहर या फिर रात में सोने के टाइम भी पढ़ सकते हैं आपकी मर्ज़ी आप कभी भी पढ़ सकते हैं।

इस दुआ को तो आप पुरे दिन में कभी भी पढ़ सकते हैं बस आपको 141 मर्तबा पढ़ना हैं। लेकिन घर में दाखिल होने के बाद आपको जितने बार आप घर में दाखिल होंगे आपको सलाम और सूरे इब्राहीमी और सूरे इखलास को पढ़ना हैं आप चाहे जितने बार घर में दाखिल हों आपको हर बार पढ़ना हैं।

सूरे इब्राहीमी

اللَّهُمَّ صَلِّ عَلَى مُحَمَّدٍ وَعَلَى آلِ مُحَمَّدٍ كَمَا صَلَّيْتَ عَلَى إِبْرَاهِيمَ وَعَلَى آلِ إِبْرَاهِيمَ، إِنَّكَ حَمِيدٌ مَجِيدٌ،

اللَّهُمَّ بَارِكَ عَلَى مُحَمَّدٍ وَعَلَى آلِ مُحَمَّدٍ كَمَ ا بَارَكْتَ عَلَى إِبْرَاهِيمَ وَعَلَى آلِ إِبْرَاهِيمَ، إِنَّكَ حَمِيدٌ مَجِيدٌ

सूरे इखलास

قُلْ هُوَ ٱللَّهُ أَحَدٌ ١ ٱللَّهُ ٱلصَّمَدُ ٢ لَمْ يَلِدْ وَلَمْ يُولَدْ ٣ وَلَمْ يَكُن لَّهُۥ كُفُوًا أَحَدٌۢ ٤

याद रहे इन दुआओं की बरकत से आपको अपने बिज़नेस को कामयाब करने में मदद मिल सकती हैं लेकिन आपको अपने बिज़नेस के लिए पूरी मेहनत करनी होगी क्योंकि अल्ल्हा ताला क़ुरान में फरमाता हैं जो मेहनत करेगा उसको उसका अज़र जरुरु मिलेगा। किसी को वो अज़र दिखाई देता ही और किसी को नहीं कुछ लोगो को कितना भी मिल जाये वो हमेशा रोते ही रहते हैं कुछ लोग कम में भी खुश रहते हैं।

तो दोस्तों उम्मीद है ये जानकरी आपको पसंद आई होगी और आप समझ गए होंगे की कोई भी नया काम या बिज़नेस या फिर नौकरी शुरू करने से पहले या शुरू करने के बाद उसमे कामयाबी के लिए हमें कौनसी दुआ पढ़नी चाहिए। और कैसे पढ़नी चाहिए। अगर अब भी आपका कोई सवाल हैं तो आप बेझिझक हमसे कमेंट करके पूछ सकते हैं हम आपके सवाल का जवाब लाज़मी देने की कोशिश करेंगे।

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About Md Ajmal

Md Ajmal isliba.com ke founder and ceo hain. inhe ilm deen hasil karna aur use dusro ke sath share karne me bahot dilchaspi hain. Aur bunyadi ilm deen hasil karna har Musalman par farz bhi hai. lihaza ye is kaam ko bahot dilchaspi aur jimmedari ke sath kar rahe hain.

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