मुहर्रम के रोज़े को लेकर लोगो में बहुत सी गलत फैमियाँ हैं कोई कहता हैं मुहर्रम में 10 रोज़े रखना चाहिए तो कोई कहता है 2 रोज़े रखना चाहिए अलग अलग लोगो के अलग-अलग राय है आइये मै आपको बताता हु की आखिर हमें मुहर्रम में कितने रोज़े रखने चाहिए।
मुहर्रम का महीना बहुत ही अफ़ज़ल महीना है इस महीने में अल्लाह ताला इबादतों का सवाब बढ़ा देता हैं लिहाज़ा इस महीने में अगर आप कोई भी इबादत का काम करेंगे तो आपको बाकि महीने के मुकाबले में ज़्यादा सवाब मिलेगा इसलिए इस महीने में हमें ज़्यादा से ज़्यादा इबादत के काम करने चाहिए।
नमाज़ पढ़नी चाहिए क़ुरान की तिलावत करनी चाहिए और ज़्यादा से ज़्यादा रोज़ा भी रखना चाहिए क्योंकि इस महीने में एक रोज़े का सवाब एक महीन के रोज़े के बराबर होता हैं।
मुहर्रम में कितने रोज़े रखना चाहिए।
muharram mein kitne roze rakhna chahiye:अब अगर बात करे की मुहर्रम में कितने रोज़े रखना चाहिए तो आपकी जानकरी के लिए बता दू की मुहर्रम के पुरे महीने में आप जितना रोज़ा चाहे रख सकते हैं इसमें कोई मुकर्रर नहीं हैं की आप 10 रोज़े रखें या 2 रोज़े रखें आप जितना चाहे उतना रोज़ा रख सकते हैं।
क्योंकि ऐसा नहीं हैं की अगर आप एक मुहर्रम से 10 मुहर्रम तक लगातार रोज़े रहेंगे तो आपको ज़्यादा सवाब मिलेगा अगर आप दस तारीख के बाद या उसके पहले नागा कर के 10 रोज़ा रखेंगे तब भी आपको उतना ही सवाब मिलेगा जितना एक से लेके 10 तारीख तक लगातार रोज़े रखने में मिलेगा।
यानि कहने का मतलब आप चाहे लगातार रोज़ा रखे या नागा करके रखे आपको सवाब उतना ही मिलेगा क्योंकि मुहर्रम के पुरे महीने में रोज़े रखने का सवाब हैं।
ऐसा नहीं है की अगर आप शुरुआत के 10 दिन मुहर्रम का रोज़ा नहीं रखेंगे तो आपको सवाब कम मिलेगा आप 10 दिन के बाद भी रोज़ा रखेंगे तब भी आपको उतना है सवाब मिलेगा।
10 मुहर्रम का रोज़ा है सुन्नत
हाँ सिर्फ 10 मुहर्रम का रोज़ा सुनत हैं क्योंकि 10 मुहर्रम का रोज़ा आप मोहम्मद स. अ. भी रखा करते थे लिहाज़ा अगर आप 10 मुहर्रम का रोज़ा रखेंगे तो आपको सुन्नत रोज़े का सवाब मिलेगा। लेकिन सिर्फ 10 मुहर्रम का रोज़ा न रहे बल्कि उसके साथ में 9 मुहर्रम या 11 मुहर्रम को भी रोज़ा रहे क्योंकि 10 मुहर्रम को यहूदी लोग भी रोज़ा रहते है लिहाज़ा उनकी मुखालफत में हमें 2 रोज़ा रखना चाहिए ताकि हमारा रोज़ा उनकी तरह न लगे।
हमारे मुआशरे में ऐसे बहोत लोग हैं जो 10 मुहर्रम के साथ साथ एक से लेकर 10 मुहर्रम ले रोज़े को भी सुन्नत रोज़ा समझते हैं और बहोत से लोग ऐसे भी हैं जो 9 और 10 मुहर्रम के रोज़े को सुन्नत समझते हैं लेकिन ऐसा नहीं है। सुन्नत रोज़ा सिर्फ 10 मुहर्रम का ही है इसके अलावा मुहर्रम के महीने के जितने भी रोज़े हैं सभी नफ्ली रोज़े हैं
लेकिन मुहर्रम के नफ्ली रोज़े रखने का सवाब तीस नफ्ली रोज़े के बराबर हैं। इसलिए हमें मुहर्रम के महीने में ज़्यदा से ज़्यादा नफ्ली रोज़े रखना चाहिए। लेकिन अगर आपका फ़र्ज़ रोज़ा छूटा है तो पहले उसे पूरा करे।
क्योंकि जब तक आप फ़र्ज़ रोज़ा अदा नहीं करेंगे जब तक आपको मुहर्रम का नफ्ली रोज़े रखने का कोई सवाब नहीं मिलेगा। अगर आपका रमजान का कोई फ़र्ज़ रोज़ा छूट गया है तो पहले उसे पूरा करें उसके बाद मुहर्रम का नफ्ली रोज़ा रखना स्टार्ट करें।
उम्मीद हैं ये जानकरी आपको समझ आई होगी और आप समझ गए होंगे की हमें मुहर्रम में कितना रोज़ा रखना चाहिए लेकिन अगर फिर भी आपका कोई सवाल है तो आप कमेंट करके पूछ सकते हैं हम आपके सवाल का जवाब लाज़मी देंगे और इसी तरह की जानकरी हासिल करने के लिए आप हमारा WHATSAPP ग्रुप या चैनल भी ज्वाइन कर सकते हैं।