वैसे तो सभी फातिहा की तरह ख्वाजा गरीब नवाज़ के नाम से भी फातिहा पढ़ा जाता हैं लेकिन बहोत से लोगो के द्वारा google पर सर्च किया जाता हैं की ख्वाजा गरीब नवाज़ के नाम से फातिहा कैसे किया जाता हैं इसीलिए आज मै आपको बताने जा रहा हूँ की कैसे आप खुद से अपने घर में ख्वाजा गरीब नवाज़ के नाम से फातिहा कर सकते हैं
ख्वाजा गरीब नवाज के नाम से फातिहा करने का तरीका
khwaja garib nawaz ki fatiha ka tarika: ख्वाजा गरीब नवाज़ के नाम से फातिहा करने के लिए सब से पहले अपने सामने शिरनी रख के बैठ जाइये और हो सके तो कुछ खुसबू कर लें अगरबत्ती सुलगा लें या इतर लगा ले इसके बाद सब से पहले 5 से 7 बार दरूद शरीफ पढ़े जो आपको याद हो उसके बाद कोई भी एक शुरत पढ़े जो आपको ठीक लगे इसके बाद एक बाद कुल या अय्योहल काफेरून पढ़े
इसके बाद तीन बार कुल हुव्वल लाहू अहद यानी सुरे इख्लाश पढ़े
कुल हुव्वल लाहू अहद के बाद एक बार कुल आऊजु बी रब्बिल फलक यानी सुरे फ़लक पढ़े
इसके बाद कुल आऊजु बी रब्बिन नाश यानी सुरे नाश एक बार पढ़े
इसके बाद एक बार अल्हम्दुलिल्लाह यानि सुरे फातिहा पढ़े
इसके बाद एक बार सुरे बकरा अलिफ़ लाम मीम से मुफ्लेहून तक पढ़े
इसके बाद एक बार आयते खामशा पढ़े. हो सकता हैं की आपको आयते खामशा के बारे में जानकारी न हो इसीलिए मैंने निचे आयते खामशा लिख दिया हैं आप इसे देख कर पढ़ सकते हैं और इसे याद कर सकते हैं
आयते खामशा
व इलाहुकुम इलाहुं वाहिद, लाइलाहा इल्ला हुवर्रहमानुर्रहीम । इन्ना रहमतल्लाहि क़रीबुम मिनल मुहसिनीन । वमा अरसल नाका इल्ला रहमतल लिल आलमीन । मा काना मुहम्मदुन अबा अहादिम मिंर रिजालिकुम वला किर रसूल्लाहि वखा तमन नबीय्यीन व कानल्लाहु बिकुल्लि शैइन अलीमा । इन्नल्लाहा व मलाई क त हू यूसल्लूना अलन्न् बिय्यि या अय्यु हल लज़ीना आ मनू सल्लू अलैहि व सल्लिमू तस्लीमा
इतना पढने के बाद एक बार दरूद शरीफ पढ़े कोई भी दरूद शरीफ पढ़े जो आपको याद हों दरूद शरीफ पढने के बाद निचे जो लिखा हैं उसके पढ़े
सुब्हाना रब्बिका रब्बिल इज्जति अम्मा यसिफुन व सलामुन अलल मुरसलीन वल हम्दु लिल्लाहि रब्बिल आलमीन.
इसके बाद अल फातिहा कहते हुए हाथ उठायें और कहें: या अल्लाह मैंने जो कुछ भी पढ़ा चंद सूरते पढ़ी आयते पढ़ी Note जो आप कुरान ,पारा या सुरे बखसना चाहते हैं उसका भी नाम लें मान लीजिये आप 5 पारा बखसना चाहते है तो यू कहे या अल्लाह पांच पारा पढ़ा गया इन सब के पढने में अगर कही गलती या खामियां हो गई हो तो इसे आपने रहमो करम से मुआफ फरमा दे और इन सब चीज़ों का सवाब सब से पहले हमारे आका हजरत मुहम्मद मुश्तफा स. अ. को नज़र करता हु कबूल फरमा
आपके सदके तुफैल से तमाम अम्बिया ए कराम शहाबा ए अजाम उम्माहतुल मुस्लेमीन तमाम औलिया उलमा सोह्दा सुवालेहीन और सोह्दाये क़र्बोबाला में जो 72 लोग सहीद हुए इमाम हसन और हुसैन रजि० को नजर करता हु कबूल फरमा साथ ही साथ आदम अलैहिस्सलाम से लेकर अब तक जितने भी औलिया उलमा इस दुनिया में तशरीफ़ लाये हैं सब को नजर करता हूँ कबूल फरमा.
बिल्खुसुस इन सब चीज़ों का सवाब हजरत ख्वाजा मुइनुद्दीन चिस्ती अजमेरी रजि० को नजर करता हूँ कबूल फरमा.
NOte: जिनके नाम से फातिहा किया जाता हैं उनके नाम के आगे बिल्खुसुस लगाया जाता हैं यहाँ आप गौर करेंगे तो आपको समझ में आया होगा की मैंने हजरत ख्वाजा गरीब नवाज़ के नाम के आगे बिल्खुसुस लगाया हैं चूंकि ये फातिहा हजरत खवाजा गरीब के नाम से हैं इसलिए मैंने उनके नाम के आगे बिल्खुसुस लगाया हैं.
उम्मीद हैं आप समझ गए होंगे और अब आप आसानी के साथ हज़रत खज़ा गरीब नवाज़ के नाम से फातिहा कर लेंगे अगर अब आपका कोई सवाल हैं तो आप बिंदास कमेंट करके पूछ सकते हैं आपके सवाल का जवाब लाज़मी दिया जाएगा.